पंचकूला में एयर फोर्स से रिटायर्ड कर्मचारी की डिजिटल अरेस्ट

पंचकूला में एयर फोर्स से रिटायर्ड कर्मचारी की डिजिटल अरेस्ट

Digital Arrest of Retired Air Force Employee

Digital Arrest of Retired Air Force Employee

साइबर अपराधियों ने सीबीआई, ईडी और पुलिस का खौफ दिखा कर ऐंठ लिए 13.20 लाख
युवक ने शेयर ट्रेडिंग में युवक ने गंवाए 8 लाख

अर्थ प्रकाश संवाददाता
पंचकूला। Digital Arrest of Retired Air Force Employee: 
शेयर ट्रेडिंग तो कभी डिजिटल अरेस्ट का शिकार बन रहे जिला के नागरिक अपनी गाढ़ी कमाई से हाथ धो रहे हैं। पंचकूला में ऐसे ही दो मामलों में साइबर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पीड़ितों की साइबर पोर्टल पर मिली शिकायत पर कार्रवाई करते हुए अज्ञात साइबर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सेक्टर 12 में रह रहे 79 वर्षीय सुरेंद्र कुमार एयरफोर्स से रिटायर्ड हैं। साइबर ठगों ने उनको डिजिटल अरेस्ट का खौफ दिखाकर 13 लाख 20 हजार रुपए ऐंठ लिए। सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गत 13 जनवरी को उन्हें मोबाइल से कॉल आई। शख्स ने खुद को एयरटेल ऑफिस का कर्मचारी बता कर कहा कि आपका मोबाइल छह घंटे के लिए बंद हो जाएगा। इसके बाद उन्होंने एयरटेल हेल्पलाइन पर कॉल की, जिस पर उनकी कॉल ट्रांसफर हुई तब शख्स ने वह सीबीआई से बात कर रहा है। आपका नाम नरेश गोयल के मनी लांड्रिंग केस से जुड़ा हुआ मामला है। आपके खाते में 56 लाख रुपए नरेश गोयल द्वारा डाले गए। आपके खिलाफ शिकायत दी गई है। यह सुन कर वह खौफ में आ गए। इसके बाद उन्होंने दो बार अपने बैंक खाते से 16 जनवरी को 6,50000 और 18 जनवरी को 6,70000 रुपए यूपीए से ट्रांसफर किए। फोन पर अज्ञात शख्स उन्हें बार बार समझौते करने और किसी से इस बारे में बात इनकार किया। जब उन्हें यकीन हो गया कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने साइबर पुलिस को सूचित किया।

उधर, आईटी कंपनी में काम कर रहे 25 साल के विकास डांगी ने बताया कि उन्हें 26 दिसंबर 2024 को शेयर ट्रेडिंग के लिए मोबाइल पर लिंक दिया गया था। जब उन्होंने गूगल प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड की और 10 हजार रुपए इन्वेस्ट कर डिजिटल ट्रेडिंग शुरू की तब उन्होंने समय समय पर 30 दिसंबर को 30, 2 जनवरी को 25 हजार, 9 जनवरी को 5 हजार,  10 जनवरी को 70 हजार, 16 जनवरी को 50 हजार, 17 जनवरी को 14600 को कस्टमर केयर द्वारा शेयर किए गए यूपीआई पर पेमेंट कर दी। हालांकि, उसने ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे भी निकलवाए थे। उन्हें विश्वास हो गया तब 24 जनवरी से 180000, 150000 फिर 250000 रुपए ट्रांसफर किए। जब उन्होंने खुद से पता किया तो कोई कम मूल्य पर शेयर ट्रेडिंग कर रहा है। उन्हें संदेह होते ही साइबर पुलिस को शिकायत दे दी। उसने बताया कि अज्ञात साइबर ठगों ने उससे 8 लाख रुपए की धोखाधड़ी की।